रूद्रपुर, राष्ट्रीय पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
यह निर्देश अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल ने 11 मार्च से 17 मार्च तक संचालित होने वाले पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के सफल संचालन हेतु डॉ-एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में आयोजित जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अभियान से जुड़े अधिकारियों को दिये।अपर जिलाधिकारी ने अभियान से जुड़े अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि 0 से 5 वर्ष का कोई भी बच्चा पोलियो खुराक से वंचित न रहे। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, एएनएम, आशा सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करते हुए अभी से लोगों को जागरूक करने को कहा। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को प्रत्येक विद्यालय में पल्स पोलियो अभियान के विषय में विद्यार्थियों को पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। अपर जिलाधिकारी ने बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों पर ट्रांजिट टीम के माध्यम से वाहनों में आने जाने वाले यात्रियों के नौनिहालों तथा निर्माण कार्यों, फैक्ट्रियों तथा खनन, ईंट निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के बच्चों को भी पोलियो ड्रॉप पिलाने के निर्देश चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान का पोस्टर, बैनर, स्लोगनों के माध्यम से बृहद प्रचार-प्रसार करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिये। अपर जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के दौरान पोलियों खुराक पीने से छूटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पोलिया ड्रॉप पिलाने तथा प्रतिरक्षण टीकाकरण आदि से वंचित रह गये बच्चों का डाटा एकत्र करते हुए रजिस्टर में दर्ज करने के निर्देश दिये ताकि उनका समय से प्रतिरक्षण टीकरण किया जा सके।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एसके शाह ने बताया कि राष्ट्रीय पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के तहत 11 मार्च कोे जिले के 1295 बूथों पर शून्य से 5 साल तक के 277546 बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षण खुराक पिलायी जाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु जनपद में पोलियो खुराक पिलाने के लिए 1157 फिक्स बूथ, 86 ट्रॉन्सिट बूथ, 52मोबाइल बूथ बनाये गये है। उन्होंने बताया कि 254 पर्यवेक्षको, 2590 वैक्सीनेटरों की नियुत्तिफ की गयी है तथा 796 टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि घर-घर भ्रमण हेतु 251 सूपरवाईजरों की नियुत्तिफ की गयी है। उन्होंने बताया कि अभियान के लिए कुल 2844 वैक्सीनेटरोध्पर्यवेक्षकों की नियुत्तिफ की गयी है। बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की भी समीक्षा की गयी। बैठक में एसीएमओ डॉ-मनीष अग्रवाल, डॉ- मनु खन्न, डॉ-वीके टम्टा, डॉ-सुनिता चुफाल, नीरज सक्सैना, जावेद अहमद, पूरनमल, डॉ-अंकित, सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी आदि उपस्थित थे।