देहरादून, स्पिक मेके देहरादून द्वारा हाल ही में उत्तराखंड के नैशनल इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलाॅजी (एनआईटी) पाॅलीटेक्निक परिसर में चार दिवसीय कल्चरल फेस्ट विरासत 2018 का आयोजन हुआ। विरासत स्पिक मेके के प्रमुख सांस्कृतिक उत्सवों में से एक हैं, जिसमें भारतीय सांस्कृतिक विरासत के सभी पहलुओं का मिश्रण देखने को मिलता है।
फेस्टिवल में देशभर के प्रसिद्ध कलाकारों में निजामी बंधु, पं. राजेन्द्र गंगानी व ’नया थियेटर’ के कलाकारों ने अपनी कला को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम में निजामी बंधुओं ने कव्वाली की प्रस्तुति से खूब वाहवाही लूटी। निजामी बंधु प्रसिद्ध कव्वाली के सिकंदर घराने से हैं। सिकंदर घराना कव्वाली के बेहतरीन गायकों के लिए जाना जाता है। इस दौरान ’मेकिंग आॅफ गांधी’ पर सिनेमा क्लासिक भी प्रस्तुत किया गया। उसके बाद पं. राजेन्द्र गंगानी ने कथक की मनमोहक प्रस्तुति दी। संगीत अकादमी पुरस्कार प्राप्तकर्ता पं. अजय ने अपनी प्रस्तुति में लोकगाथाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
कार्यक्रम में गढ़वाली लोकनृत्य की खास प्रस्तुति ने उपस्थित लोगों से खूब तालियां बटोरी। फेस्ट का समापन ’नया थियेटर’ द्वारा प्रस्तुत नाटकीय अभिनय के साथ हुआ। हबीब तनवीर द्वारा 1959 में स्थापित ’नया थियेटर’ में छत्तीसगढ़ के दूर-दराज की जनजातियों व गांवों के लोक कलाकार शामिल हैं। स्पिक मेके युवाओं में भारतीय शास्त्रीय संगीत और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए गैर लाभकारी, स्वैच्छिक व अराजनैतिक युवा आन्दोलन की सोसाइटी है। भारत के शास्त्रीय संगीत की धरोहर के प्रसार व संवर्धन के माध्यम से भारतीय शास्त्रीय कला शिक्षा को समृद्ध बनाने के उद्देश्य से स्पिक मेके देशभर में सांस्कृतिक कार्यशालाओं व कार्यक्रम आयोजित करवाता है।