आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने हेतु हाइकोर्ट के आदेश के बाद पशुप्रेमी निराश हैं। आदेश में जिस तरह से 6 महीने के भीतर सड़क पर घूम रहे कुत्तों को सड़को से हटाने के आदेश के बाद कई पशु प्रेमियों में गुस्सा भी है और निराशा भी है। ऐसा ही एक वालंटियर ग्रुप दूंन एनिमल लवर काफी लंबे समय से घायल पशुयों का रेस्क्यू ओर जगह जगह पर एडॉप्शन कैम्प का आयोजन ये ग्रुप करता आया है। इस आदेश के बाद ग्रुप के वालंटियर्स में काफी निराशा भी है और गुस्सा भी ग्रुप के वालंटियर्स से बात करने पर उन्होंने बताया कि सड़क पर घूम रहे आवारा कुत्ते साफ तौर से नगर निगम और प्रशाशन की नाकामी को दर्शाता है। पूरे शहर में ऐसी कोई व्यवस्था नही है जहां इन पशुयों को रकह जा सके जो जगह हैं वहां सुविधाओं का अभाव है या जगह नाकाफी है तो ऐसे में सरकार की नाकामी का ठीकरा सड़क पर घूम रहे पशुयों पर क्यों फोड़ा गया। दूंन एनिमल लवर का कहना है कि जल्दी ही माननीय उच्च न्यायालय वो इस आदेश को लागू करने से पहले सरकार द्वारा शहर में ऐसी व्यवस्था की जाए जहां इन आवारा पशुयों को सम्पूर्ण व्यवस्था के साथ रहने की जगह मोहिया कराई जा सके साथ ही ग्रुप का जिलाधिकारी महोदय से मुलाक़ात कर इसमें अपनी कुछ परेशानियों को उनके समक्ष रख कर ये मांग करेंगे कि जब तक कोई व्यवस्था न हो तब तक आदेश को लागू करने पर विचार किया जाए जल्द ही ग्रुप जागरूकता के लिए एक शांति मार्च भी निकलेगा जिसमे वो आम जनता से अपील करेंगे कि इसमें उनका साथ दिया जाए।
रिपोर्ट:- आशु चौहन