रिपोर्ट ललित जोशी। छायाकार धर्मा चन्देल
नैनीताल।सरोवर नगरी नैनीताल में इस वर्ष दो साल बाद श्रद्धालु नैनीताल के ऐतिहासिक नंदादेवी महोत्सव के दौरान माता नंदा-सुनंदा के प्रत्यक्ष दर्शन कर पाएंगे।
यहाँ बताते चले इससे पहले भी दर्शकों को दिखाया व बताया था अगर सब कुछ कोविड के हालात ठीक ठाक रहगें तो माँ नन्दा देवी महोत्सव का आनंद व मैया का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। इस पर प्रशासन ने एक नई पहल शुरू कर दी जिससे श्रद्धालु बड़ी बड़ी स्क्रीन पर भी महोत्सव का सीधा प्रसारण देख सकते हैं। आगामी 11 से 17 सितम्बर तक होने वाला नन्दा देवी महोसत्व शासन द्वारा जारी कोविड गाइडलाईन के अनुसार आयोजित होगा। यह बात जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्ब्याल ने नन्दा देवी मेला आयोजन समिति के पदाधिकारियों की बैठक लेते हुए कही।श्री गर्ब्याल ने कहा कि कदलि वृक्ष के साथ नगर भ्रमण नहीं होगा, साथ ही मेले के दौरान भण्डारा एवं प्रसाद वितरण भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि नन्दा देवी महोत्सव के अन्तिम दिन डोला नगर भ्रमण नहीं किया जायेगा, साथ ही जिलाधिकारी श्री गर्ब्याल ने कहा कि मन्दिर दर्शन के दौरान कोविड गाइड लाइन का पूर्ण अनुपालन किया जायेगा। सीमित संख्या में मन्दिर परिसर के अन्दर श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा। उन्होंने कहा कि मन्दिर परिसर के अन्दर कोविड नियमों का पूर्ण पालन करते हुए दर्शन कराये जायेंगे साथ ही मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन सुनिश्चि होगा।
डीएम धीराज गर्ब्याल के द्वारा महोत्सव की आयोजक संस्था श्रीराम सेवक सभा एवं नंदा देवी मंदिर का प्रबंधन करने वाली अमर उदय ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह तय हुआ। तय हुआ कि महोत्सव कोविड के दिशा-निर्देशों के अनुसार होगा, लेकिन सभी धार्मिक कार्यक्रम परंपरा एवं रीति-रिवाज के साथ आयोजित किए जाएंगे। श्री गर्ब्याल ने इस दौरान महोत्सव स्थल श्री मां नयना देवी मंदिर का अवलोकन भी किये और आयोजकों एवं नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार वर्मा व एसडीएम प्रतीक जैन को आवश्यक दिशा-निर्देश दि
बैठक एवं भ्रमण के दौरान पुलिस अधीक्षक , संयुक्त मजिस्टेट प्रतीक जैन, ईओ नगर पालिका एके वर्मा, पर्यटन अधिकारी अरविन्द गौड, अधिशासी अभियंता संतोष कुमार उपाध्याय, मेला समिति के अध्यक्ष मनोज साह, महासचिव जगदीश बवाडी, विमल चौधरी,डॉ ललित तिवारी, गिरीश चन्द्र जोशी, देवेन्द्र लाल साह, कमलेश ढौडियाल, मुकेश जोशी मन्टू, हिमांशु जोशी, गोपाल रावत, हरीश राणा आदि मौजूद थे।