भड़काऊ भाषण मामले में शिया वक्फ बोर्ड यूपी के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को हरिद्वार पुलिस ने उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश के नारसन सीमा से बृहस्पतिवार शाम गिरफ्तार कर लिया है। वसीम रिजवी को शहर कोतवाली लाकर घंटों तक पूछताछ की गई।
12 नवंबर को हरिद्वार प्रेस क्लब में वमीम रिजवी ऊर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी अपनी पुस्तक का विमोचन किया था। विमोचन कार्यक्रम में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण का प्रयोग किया था। इस मामले में शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं 17 दिसंबर से 19 दिसंबर तक उत्तरी हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन में धर्म संसद हुई थी। इसमें भी वसीम रिजवी द्वारा भड़काऊ भाषण दिया गया था।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, सीओ सिटी शेखर सुयाल ने बंद कमरे में वसीम रिजवी से कई घंटों तक पूछताछ की। इसके बाद वसीम रिजवी को मेडिकल के लिए भेज दिया गया। डीआइजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल ने बताया कि वसीम रिजवी को गिरफ्तार किया गया है। मेडिकल कराने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
वसीम रिजवी ऊर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के साथ जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के महंत स्वामी नरसिंहानंद गिरी भी उनके साथ मौजूद थे। भड़काऊ भाषण मुकदमे में स्वामी नरसिंहानंद गिरी भी नामजद हैं। लेकिन पुलिस ने सिर्फ वसीम रिजवी की गिरफ्तारी की है। पुलिस के मुताबिक वसीम रिजवी और स्वामी नरसिंहानंद गिरी एक ही वाहन में हरिद्वार से बाहर जा रहे थे। डीआईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल के मुताबिक कानूनी कारणों से स्वामी नरसिंहानंद गिरी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
धर्म संसद
– 17 से 19 दिसंबर तक हरिद्वार के खड़खडी स्थित वेद निकेतन में धर्म संसद का आयोजन।
– 22 दिसंबर को सोशल मीडिया पर धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण का वीडियो वायरल
-22 दिसंबर को वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी के विरुद्ध कोतवाली हरिद्वार में धारा 153 ए आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
– 26 दिंसबर को पुलिस ने मुकदमे में संत धर्मदास और साध्वी अन्नपूूर्णा के खिलाफ भी केस दर्ज किया।
– 1 जनवरी को पहले से दर्ज मुकदमे में यतिनरसिंहानंद और सागर सिंधु महाराज के नाम बढ़ाए गए।
– 2 जनवरी 2022 को शहर कोतवाली में वसीम नारायण रिजवी के खिलाफ दूसरा मुकदमा दर्ज हुआ। जिसमें नौ अन्य लोगों के नाम भी तहरीर में लिखे हुए थे।
– दो जनवरी को डीजीपी अशोक कुमार ने एसआईटी का गठन किया।
– पांच जनवरी को संतों ने प्रतिकार सभा करने की घोषणा की।
– 10 जनवरी को स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने कपिल सिब्बल पर निशाना साधा।
जितेंद्र नारायण की रिहाई के लिए अनशन पर बैठे यति नरसिंहानंद
हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में भड़काऊ भाषण मामले में गुरुवार को वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की गिरफ्तारी के बाद महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सर्वानंद घाट पर अनशन पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि वे जब तक जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को छोड़ नहीं दिया जाता, वे अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे और घाट पर ही बैठे रहेंगे।