उत्तरप्रदेश के अमरोहा जिले में सामूहिक दुष्कर्म के मुकदमे से बचने को क्रॉस केस बनाने के उद्देश्य से छोटे भाई ने ही एमबीए की छात्रा नेहा चौधरी की हत्या की थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से 36 घंटे में हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है।
अमरोहा में एमबीए की छात्रा नेहा की हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। नेहा की हत्या उसके ही सगे भाई अंकित ने की थी। पुलिस ने अंकित की निशानदेही पर उसके खून से सने कपड़े और आला कत्ल भी बरामद कर लिया है। हत्या का कारण सुनकर पुलिस वाले भी भौंचक रह गए। अंकित और उसके दोस्त पर पिछले दिनों एक युवती ने गैंगरेप का आरोप लगाया था। अंकित ने पीड़िता के परिजनों को फंसाने के लिए अपनी बहन की हत्या कर दी थी।
बुधवार को मीडिया को एसपी सुनीति ने बताया कि एमबीए छात्रा नेहा की हत्या उसके ही सगे भाई अंकित ने की थी। सोमवार सुबह दिनेश चौधरी की बेटी नेहा का शव शहर में एआरटीओ बाईपास मार्ग पर एक खाली प्लाट में पड़ा मिला था। उसकी हत्या ईंट से सिर कूंचकर की गई थी। एमबीए छात्रा नेहा नोएडा की एक निजी कंपनी में काम करती थी। हत्या की जांच के लिए पुलिस की टीमों ने आसपास के इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगाली थी।
फुटेज में एक जगह नेहा का छोटा भाई अंकित घटनास्थल से 100 मीटर दूर जाता दिखाई दिया। इसे ही क्लू मानकर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो जल्द ही उसने जुर्म कुबूल कर लिया। बकौल एसपी हत्यारोपी अंकित और उसके ममेरे भाई अक्षय के खिलाफ बीती 18 जनवरी को डिडौली कोतवाली में दलित किशोरी के अपहरण और गैंगरेप के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
गैंगरेप मामले में पीड़िता के परिजनों को फंसाने के लिए ही अंकित ने अपनी ही बहन की हत्या की साजिश रच डाली। अंकित दिल्ली से नेहा को टैक्सी से अमरोहा लाया और सूनसान इलाके में फीते से उसका गला घोट दिया। नेहा के बेहोश होते ही अंकित ने उसके सिर पर ईंट से कई वार कर दिए। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
बहन को समझौते के बहाने लाया था
अंकित ने गैंगरेप में फंसने के बाद अपनी बहन को दिल्ली फोन किया। कहा कि रेप पीड़िता के परिवार वाले समझौते के लिए तैयार हो गए हैं। समझौते के दौरान उसका रहना भी जरूरी है। भाई पर भरोसा करके नेहा अमरोहा आने को तैयार हो गई। सात फरवरी की दोपहर डेढ़ बजे गांधी मूर्ति चौराहे से टैक्सी बुक करके अंकित दिल्ली गया। वहां से नेहा को लेकर वह अमरोहा लौट आया। जोया रोड पर अमरोहा ग्रीन से पहले अंकित ने कार रुकवा ली और नेहा को बहाने से घटनास्थल की तरफ ले जाकर वारदात अंजाम दी।
हत्या कर रिश्तेदार के घर जाकर सो गया था अंकित
बहन की हत्या करने के बाद अंकित आवास विकास कॉलोनी में अपने रिश्तेदार के घर जाकर सो गया। अगले दिन अपने खून से सने कपड़े, पैंट, जैकेट, जूते व टोपा पालिथिन में रखकर उसने कल्याणपुरा बाईपास से हमीदपुरा के निकट झाड़ियों में फेंक दिए।
पुलिस ने बरामद किए कपड़े-आला कत्ल
पुलिस ने अंकित की निशानदेही पर खून से सने कपड़े और घटनास्थल से ईंट, आला कत्ल नीले रंग का फीता बरामद किए। उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। एसपी ने मामले का खुलासा करने वाली टीम के एसओ अमरोहा देहात सुरेश चंद गौतम, सर्विलांस/साइबर सेल प्रभारी संजय कुमार, एसओजी/स्वाट प्रभारी मोहित चौधरी, दरोगा लवनीश चौधरी, हेड कांस्टेबल गिरीश बाबू, सिपाही गौरव शर्मा, अनिल कुमार, नीरज कुमार की पीठ थपथपाई है।