रिपोर्ट। ललित जोशी।
अगले 24 घंटे में देहरादून, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी में बहुत भारी बारिश की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है। National Disaster Management Authority (NDMA) की तरफ से भेजे जा रहे मेसेज
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटे में छह जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना है। भारी बारिश के मद्देनजर आपदा प्रबंधन के लिहाज से बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। उधर, डीएम ने राजधानी दून में आपदा प्रबंधन से जुड़े तमाम विभागों के अफसरों के साथ ही सभी एसडीएम को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने एसडीएम को निर्देशित किया कि वे अपने अपने इलाकों में सक्रिय रहेंगे।
सरोवर नगरी नैनीताल व उसके आसपास देर रात से अचानक मूसलाधार बारिश शुरू
हो गई है जो लगातार जारी है।
बारिश के चलते दो राज्य मार्ग, रामनगर भण्डारपानी, काठगोदाम सिमलिया बेंड, के अलावा पांच ग्रामीण मार्ग जिनमें अमृतपुर जमरानी, चमोली बड़ोन, कान्ता ककोड़ हरिश्ताल, बिचखाली पाटली, नेलना चोपड़ा, मार्ग मूसलाधार बारिश के चलते बन्द हो गये हैं। जिन मार्गों को खुलवाने का प्रयास जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।
आज रविवार की छुटी होने से स्कूल के बच्चों को स्कूल जाने से राहत मिल गई। नही तो जिस तरह से मूसलाधार बारिश हो रही थी लगातार पहाड़ो से मलुवा पथरो के आने का भय बना रहता है।
इधर लगातार बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जनपद नैनीताल के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है।
जनपद नैनीताल के स्नोव्यू में
सबसे अधिक बारिश 83.00एम एम व सबसे कम रामनगर 11.00 एम एम रिकॉर्ड की गई।
अलबत्ता कोई जनहानी का समाचार प्राप्त नही हुआ है। कइयों के घरों में जरूर मलुवा आदि घुस गया है।
पहाड़ो से पत्थरों के लुढ़कने का सिलसिला जारी है। इधर मूसलाधार बारिश के चलते नैनीताल में सुनसानी दिखाई दे रही है।
शनिवार व रविवार होने की वजह से सरोवर नगरी में पर्यटकों की संख्या में इजाफा होता हुआ दिखाई देता है पर सभी पर्यटक होटलों में दुबके हुए हैं।
नाव चालक से लेकर घोड़ा चालक, व रोजमर्रा काम करने वालों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
इधर मूसलाधार बारिश के साथ आड़ी टेढ़ी बारिश की बौछारें से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। सरोवर नगरी में देर रात से ही भयंकर कोहरा छाया हुआ है । जिससे आमने सामने भी लोग नही दिखाई दे रहे हैं। बारिश के चलते नालियों के बन्द हो जाने से बारिश का पानी सड़को पर बह रहा है। आने जाने वालों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कई जगह हाईवे बंद
वहीं, रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते गंगोत्री हाईवे हेल्गू गाड़ के समीप बीते बुधवार शाम को बंद हो गया था। यहां पहाड़ी से बोल्डर व मलबा लगातार गिर रहा था। दो दिन बाद शुक्रवार सुबह हाईवे को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया था लेकिन शनिवार सुबह फिर बोल्डर व मलबा गिरने से उक्त स्थान पर हाईवे बंद हो गया। आज भी हाईवे बंद है। उधर, यमुनोत्री हाईवे भी डाबरकोट के पास मलबा आने के कारण बंद हो गया है। यात्रियों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर रुकवाया गया हैं।
पिथौरागढ़ में लगातार 10 घंटे से बारिश जारी है। इसके चलते घाट-पिथौरागढ़ मोटर मार्ग घाट चौकी से एक किमी पिथौरागढ़ की तरफ बंद हो गया है। दिल्ली बैंड के पास भी पत्थर गिरने लगे हैं। गुरना के समीप भी मलबा आने की सूचना है। वहीं, घाट की ओर जा रहे वाहन भी फंसे हैं।
पनार -अल्मोड़ा मोटर मार्ग ध्याड़ी(अल्मोड़ा) के पास मलबा आने से बंद है। हल्द्वानी से आ रहे समाचार पत्रों के वाहनों सहित यात्री वाहन भी रास्ते में फंसे होने की सूचना है। वहीं, स्वांला के पास मलबा आने से टनकपुर-पिथौरागढ़ नेशनल हाईवे भी बंद हो गया है।