प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन कर देश को असलियत मैं सिर्फ़ 9 km की सड़क दी है । दावा किया जा रहा है कि अब मेरठ से दिल्ली का सफर महज 45 मिनट में पूरा हो जाएगा। पर इस के लिए 2020 भी कहा जाए तो जल्दी होगी क्योंकि दूसरा चरण 2020 मैं होने के बाद अभी चौथे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण होना बाक़ी है। यह एक्सप्रेस-वे का पहला फेज है जो कि 14 लेन का है। सच्चाई ये है कि इतने कम समय में ये दूरी तय करने के लिए अभी कुछ साल इंतजार करना होगा। करीब 82 किमी के इस दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के पूरे होने मैं कई साल लग जाएँगे । प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को जिस रोड का उद्घाटन किया है वो इस एक्सप्रेस वे का पहला चरण है। अभी इसके तीन चरण बाकी हैं जिनपर काम चल रहा है।
पहला चरण– निजामुद्दीन ब्रिज से दिल्ली-यूपी बॉर्डर, 8.71 किमी। (काम पूरा, मई 2018) 14 लेन
दूसरा चरण — दिल्ली-यूपी बॉर्डर से डासना, 19.28 किमी। (टारगेट – मई 2020) 14 लेन।
तीसरा चरण — डासना से हापुड़, 22.27 किमी। (टारगेट – जून, 2019) 6 लेन+ 2 सर्विस रोड।
चौथा चरण — हापुड़ से मेरठ, 31.77 किमी। (टारगेट – जमीन अधिग्रहण पूरा होने के 18 महीने बाद) 6 लेन।