पर्यटकों को तीन-चार दिन के लिये उत्तराखंड आने पर कोविड टेस्ट जरूरी नहीं साथ ही मिलेगा कूपन योजना का लाभ

Spread the love

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक बार फिर साफ किया कि तीन, चार दिन तक के लिए यदि कोई उत्तराखंड आ रहा है तो उसे कोविड टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग बेरोक टोक उत्तराखंड में प्रवेश कर सकते हैं।
विज्ञापन

उत्तराखंड की सीमा पर प्रवेश के लिए कोविड टेस्ट की अनिवार्यता को मुख्यमंत्री पहले ही खारिज कर चुके हैं। शुक्रवार को एक बार फिर उन्होंने कहा है कि जो लोग तीन, चार दिन के लिए आ रहे हैं, उनके लिए कोविड टेस्ट की कोई जरूरत नहीं है। बताया कि उन्होंने इस बारे में अधिकारियों को आदेश दे रखे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की आवाजाही को सरल बनाना चाहिए। लेकिन बीच में संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़ी है।

शुक्रवार को मिले 868 संक्रमित, ठीक होने वाले मरीजों का बना रिकॉर्ड
जनता का भी सरकार और अधिकारियों पर दबाव बना। जिसके चलते लगा कि लोगों को नियंत्रित करना चाहिए। लेकिन अधिकारियों को साफ कर दिया गया है कि जो लोग उत्तराखंड आना चाहते हैं तो उन्हें आने दें, उनका स्वागत करें।

बता दें कि केंद्र सरकार की गाइड लाइन में साफ है कि कोविड हाईलोडेड क्षेत्रों को छोड़कर बाकी स्थानों से आने वाले लोग यदि पांच दिन तक के लिए आ रहे हैं तो उन्हें कोविड टेस्ट की जरूरत नहीं है।
पर्यटकों को मिलेगा कूपन योजना का लाभ : महाराज
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए सरकार ने पर्यटक प्रोत्साहन कूपन योजना शुरू की है। कोविड महामारी के कारण प्रभावित पर्यटन सेक्टर को पटरी पर लाने के लिए सरकार की ओर से हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड संस्कृति और पर्यावरण का खजाना है।

शुक्रवार को री-कनेक्ट व री स्टार्ट टूरिज्म पर आयोजित वर्चुअल ट्रेवल ट्रेड में पर्यटन मंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के कारण पर्यटन सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है। उन्होंने दोहराया कि कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाकर बाहरी राज्यों के पर्यटकों को उत्तराखंड में घूमने में कोई प्रतिबंध नहीं है। बताया कि पर्यटन क्षेत्र में रोजगार की समस्या के समाधान के लिए वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार और होमस्टे योजना में ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा की गई है।

महाराज ने कहा कि धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में अपार अवसर हैं। प्रदेश में रामायण सर्किट, सीता सर्किट और महाभारत सर्किट पर काम शुरू हो गया है। एक बार यह नया सर्किट पूरा होने के बाद राज्य में धार्मिक पर्यटन के नए रास्ते खुलेंगे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *